आपको अगर प्रकृति की खूबसूरती के बीच शांतिपूर्ण छुट्टियां मनानी हैं, तो हिमाचल प्रदेश में स्थित “धर्मशाला” आपके लिए एक आदर्श स्थान हो सकता है. “धर्मशाला पर्यटन स्थल” की तलाश करने वाले पर्यटकों को ये लेख निराश नहीं करेगा. इस लेख में हम आपको धर्मशाला में घूमने की जगह, रोमांचक गतिविधियों और वहां के संस्कृति के बारे में विस्तार से बताएंगे. तो चलिए शुरू करते हैं धर्मशाला की खूबसूरत यात्रा!
Table of Contents
धर्मशाला के दर्शनीय स्थल – मैक्लोडगंज (McLeodganj)
धर्मशाला की बात हो और मैक्लोडगंज का जिक्र ना हो, ऐसा तो हो ही नहीं सकता. धर्मशाला आने वाले पर्यटकों के लिए मैक्लोडगंज किसी स्वर्ग से कम नहीं है. यह छोटा सा गांव धर्मशाला में घूमने की जगह से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, लेकिन यहां का वातावरण पूरी तरह से अलग है. पहाड़ों से घिरी हुई यह खूबसूरत जगह तिब्बती संस्कृति का केंद्र मानी जाती है. यहां आपको हर गली में तिब्बती मठ, रंगीन प्रार्थना पताकाएं और मुस्कुराते हुए तिब्बती लोगों के दर्शन होंगे. चाहे आप शांत माहौल में ध्यान लगाना चाहते हों, या फिर तिब्बती हस्तशिल्प की खरीदारी करनी हो, मैक्लोडगंज आपकी हर इच्छा को पूरा करने के लिए तैयार है.
धर्मशाला में घूमने की जगह के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु
- Time: सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक
- Entry fees: निःशुल्क
- Place: धर्मशाला से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर
- How to reach: धर्मशाला से टैक्सी या रिक्शा द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है.
Top 10] दार्जिलिंग में घूमने की जगह | Best places to visit in Darjeeling in Hindi
धर्मशाला में प्रसिद्ध मंदिर – कांगड़ा कला मंदिर (Kangra Kala Temple)
इतिहास और कला प्रेमियों के लिए धर्मशाला में घूमने की जगह एक खास तोहफा लेकर आया है – कांगड़ा कला संग्रहालय. ये छोटा सा संग्रहालय कला के दीवाने को अपनी ओर खींच लेता है. यहां आपको कांगड़ा शैली की बेहतरीन पेंटिंग्स, प्राचीन मूर्तियां, आभूषण और हस्तशिल्प देखने को मिलेंगे. इन कलाकृतियों को देखते वक्त आपको ऐसा लगेगा मानो समय थम गया हो और आप सदियों पुरानी कांगड़ा घाटी की कलात्मक विरासत के बीच खो गए हों. इन बेहतरीन कलाकृतियों के अलावा संग्रहालय की खूबसूरत वास्तुकला भी अपने आप में दर्शनीय है.
धर्मशाला में घूमने की जगह के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु
- Timings: सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक (सोमवार बंद)
- Entrance fees: भारतीयों के लिए ₹20, विदेशियों के लिए ₹100
- Place: कोटवाली बाजार रोड, धर्मशाला
- How to reach: धर्मशाला के मुख्य बाजार क्षेत्र से पैदल या रिक्शे द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है.
धर्मशाला में जाने की जगहें – भागसूनाग झरना (Bhagsunag Waterfall)
धर्मशाला में घूमने की जगह की प्राकृतिक खूबसूरती का असली एहसास लेना हो, तो भागसूनाग झरने से बेहतर और कोई जगह नहीं हो सकती. यह झरना धर्मशाला से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यहां पहुंचने के लिए आपको हसीन पहाड़ी रास्तों से होकर गुजरना होगा. ट्रेक करते वक्त आसपास के हरे-भरे पेड़-पौधे और दूर-दूर तक फैली पहाड़ियों का नजारा आपको मंत्रमुग्ध कर देगा. और फिर अचानक से पेड़ों के बीच से झांकता हुआ भागसूनाग झरना आपका दिल जीत लेगा. इस झरने का ठंडा पानी गर्मी के थकान को पलभर में मिटा देता है. यहां आप न सिर्फ प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं, बल्कि आसपास के मंदिरों में दर्शन भी कर सकते हैं.
धर्मशाला में घूमने की जगह के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु
- समय: पूरे दिन खुला रहता है.
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- स्थान: धर्मशाला से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर
- कैसे पहुंचे: धर्मशाला से टैक्सी या रिक्शा द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है. ट्रेकिंग के शौकीन पैदल चलकर भी जा सकते हैं.
धर्मशाला में करने के लिए चीजें – इंद्रपुर रिज (Indrapur Ridge)
धर्मशाला पर्यटन स्थल सिर्फ शांत वातावरण और खूबसूरत स्थलों के लिए ही नहीं जाना जाता, बल्कि यहां साहसी पर्यटकों के लिए भी कई रोमांचक विकल्प मौजूद हैं. ऐसा ही एक रोमांचकारी अनुभव है इंद्रपुर रिज की ट्रैकिंग. हसीन पहाड़ियों के बीच से गुजरने वाला यह रास्ता ट्रैकिंग के शौकीनों को अपनी ओर खींच लेता है. ट्रैक के दौरान घने जंगलों, रंग-बिरंगे फूलों और दूर क्षितिज पर चमकते हिमालय की श्रृंखलाओं को देखना किसी सपने से कम नहीं लगता. ट्रैक के ऊपर पहुंचने पर आपके सामने धर्मशाला में घूमने की जगह की मनमोहक तस्वीर खुलती है, जिसे देखकर आपकी सारी थकान पलभर में गायब हो जाती है. इंद्रपुर रिज ट्रैकिंग उन लोगों के लिए एक यादगार अनुभव हो सकता है, जो प्रकृति की गोद में रोमांच का आनंद लेना चाहते हैं.
धर्मशाला में घूमने की जगह के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु:
- समय: पूरे दिन खुला रहता है (ट्रैकिंग के लिए सुबह का समय बेहतर होता है)
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- स्थान: धर्मशाला से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर
- कैसे पहुंचे: धर्मशाला से टैक्सी या रिक्शा द्वारा मैक्लोडगंज तक पहुंचा जा सकता है. वहां से ट्रैकिंग शुरू होती है.
Top 10] डलहौजी में घूमने की जगह | Best places to visit in dalhousie in Hindi
धर्मशाला के पास पर्यटन स्थल – ताशी चोडेल मंदिर (Tashi Chodel Temple)
धर्मशाला में घूमने की जगह आध्यात्मिक शांति की तलाश करने वालों के लिए भी किसी स्वर्ग से कम नहीं है. यहां कई खूबसूरत मंदिर स्थित हैं, जिनमें से एक है – ताशी चोडेल मंदिर. यह मंदिर तिब्बती शैली में बना हुआ है और यहां भगवान बुद्ध की एक विशाल प्रतिमा विराजमान है. मंदिर के चारों ओर रंग-बिरंगी प्रार्थना पताकाएं लहराती हैं, जो पूरे वातावरण को शांत और आध्यात्मिक बना देती हैं. मान्यता है कि इस मंदिर में प्रार्थना करने से मन को शांति मिलती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. यदि आप धर्मशाला में हैं और अपने दिल को सुकून देना चाहते हैं, तो ताशी चोडेल मंदिर जरूर जाएं.
धर्मशाला में घूमने की जगह के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु:
- Timings: सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक
- Entrance fees: निःशुल्क
- Place: मैक्लोडगंज, धर्मशाला
- How to reach: धर्मशाला से टैक्सी या रिक्शा द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है.
धर्मशाला के आसपास घूमने की जगह – डल झील (Dal Lake)
धर्मशाला में घूमने की जगह की खूबसूरती अधूरी सी लगती है, अगर बात “डल झील” की ना की जाए. शांत पहाड़ों की गोद में बसी यह खूबसूरत झील पर्यटकों को अपनी ओर खींच लेती है. 1775 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह झील देवदार के हरे-भरे जंगलों से घिरी हुई है, जो चारों तरफ से प्राकृतिक सौंदर्य का एक अद्भुत नजारा पेश करती है. यहां का शांत वातावरण मन को सुकून देता है और Alltag की भागदौड़ से दूर ले जाता है. सुबह के समय धूप में चमचमाती झील और शाम ढलते वक्त आसमान के बदलते रंगों को निहारना एक अविस्मरणीय अनुभव होता है. यदि आप प्रकृति की शांत गोद में कुछ पल बिताना चाहते हैं, तो डल झील आपके लिए एक आदर्श स्थान हो सकता है.
धर्मशाला में घूमने की जगह के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु:
- समय: पूरे दिन खुला रहता है.
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- स्थान: धर्मशाला से लगभग 11 किलोमीटर की दूरी पर
- कैैसे पहुंचे: धर्मशाला से टैक्सी या रिक्शा द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है.
Top 10] कसौली घूमने की जगह | Best places to visit in Kasauli in Hindi
धर्मशाला में घूमने वाली जगह – त्रियुंड (Triund)
जैसा कि हमने पहले बताया धर्मशाला पर्यटन स्थल प्रकृति प्रेमियों के लिए तो स्वर्ग है ही, साथ ही रोमांच के दीवाने पर्यटकों के लिए भी यहां एक खास तोहफा है – त्रियुंड. यह खूबसूरत पहाड़ी क्षेत्र ट्रैकिंग के शौकीनों को अपनी ओर खींच लेता है. धर्मशाला में घूमने की जगह से लगभग 9 किलोमीटर की चढ़ाई के बाद आप त्रियुंड की मनमोहक वादियों तक पहुंचते हैं. ट्रेक के दौरान देवदार के घने जंगल, रंग-बिरंगे फूलों से सजे मैदान और दूर दिखाई देने वाली धौलाधार पर्वतमाला का नजारा आपको रोमांचित कर देगा. त्रियुंड पहुंचने पर थकान दूर करने के लिए यहां मौजूद छोटे कैम्पों में रुकना और सूर्योदय का नज़ारा देखना एक अविस्मरणीय अनुभव होता है. यदि आप ट्रैकिंग के दीवाने हैं और रोमांच पसंद करते हैं, तो धर्मशाला आने पर त्रियुंड जरूर जाएं.
धर्मशाला में घूमने की जगह के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु
- समय: पूरे दिन खुला रहता है (ट्रैकिंग के लिए सुबह का समय बेहतर होता है)
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क (वन विभाग द्वारा संचालित विश्राम गृह के लिए शुल्क लग सकता है)
- स्थान: धर्मशाला से लगभग 9 किलोमीटर की दूरी पर
- कैसे पहुंचे: धर्मशाला से टैक्सी या रिक्शा द्वारा गाला गांव तक पहुंचा जा सकता है. वहां से ट्रैकिंग शुरू होती है.
धर्मशाला में घूमने लायक जगह – धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम (Dharamshala Cricket Stadium)
अब आइए देखते हैं धर्मशाला पर्यटन स्थल की खूबसूरती तो आपने सुनी ही होगी, लेकिन क्या आप जानते हैं कि क्रिकेट प्रेमियों के लिए भी यहां एक खास आकर्षण मौजूद है? जी हां, मै बात कर रहा हूं दुनिया के सबसे खूबसूरत क्रिकेट स्टेडियमों में से एक – धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम की. हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) स्टेडियम के नाम से भी जाना जाने वाला यह स्टेडियम कांगड़ा घाटी में धौलाधार पर्वत श्रृंखला के बीच 1457 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. इस स्टेडियम की खास बात यह है कि मैदान से चारों तरफ आपको हिमालय की बर्फ से ढकी चोटियों का नजारा देखने को मिलता है, जो क्रिकेट का मैच देखने के अनुभव को और भी यादगार बना देता है. यदि आप कभी धर्मशाला आएं, तो इस अनोखे क्रिकेट स्टेडियम को जरूर देखें.
- समय: मैदान आमतौर पर सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है. हालांकि, घूमने का समय मैच या किसी कार्यक्रम के शेड्यूल पर निर्भर करता है.
- प्रवेश शुल्क: निर्भर करता है कि मैदान में कोई मैच या कार्यक्रम हो रहा है या नहीं.
- स्थान: धर्मशाला से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर
- कैसे पहुंचे: धर्मशाला से टैक्सी या रिक्शा द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है.
धर्मशाला में होटल – Hotels in Dharamshala in Hindi
गौर करने वाली बात यह है धर्मशाला में आपके लिए कुछ होटल विकल्प:
- Mitra Hostel 2.0 Mcleodganj – ₹796 प्रति रात। 288 समीक्षाओं के आधार पर 4.7 की रेटिंग।
- The Hosteller Mcleodganj, Mall Road – ₹1,702 प्रति रात। 2421 समीक्षाओं के आधार पर 4.7 की रेटिंग।
- होटल हिल टाउन – 2-स्टार होटल। ₹1,169 प्रति रात। 144 समीक्षाओं के आधार पर 4.1 की रेटिंग।
- Zostel Mcleodganj – ₹3,134 प्रति रात। 1563 समीक्षाओं के आधार पर 4.7 की रेटिंग।
- होटल वुड कैसल – ₹1,488 प्रति रात। 59 समीक्षाओं के आधार पर 4.0 की रेटिंग।
धर्मशाला में प्रसिद्ध त्यौहार – लोसर – (Losar)
जैसा कि हमने देखा धर्मशाला पर्यटन स्थल सिर्फ खूबसूरत घूमने के स्थानों के लिए ही नहीं जाना जाता, बल्कि यहां मनाए जाने वाले रंगारंग उत्सव भी सैलानियों को अपनी ओर खींचते हैं. इन उत्सवों में हिमाचली और तिब्बती संस्कृति का खूबसूरत संगम देखने को मिलता है. यदि आप धर्मशाला की यात्रा का प्लान बना रहे हैं, तो इन मशहूर उत्सवों के दौरान आने की कोशिश करें –
- लोसर: तिब्बती नववर्ष के रूप में मनाया जाने वाला यह सबसे बड़ा और धूमधाम से मनाया जाने वाला उत्सव है. इस दौरान 15 दिनों तक धर्मशाला में धार्मिक अनुष्ठान, रंगारंग कार्यक्रम, तिब्बती ओपेरा और पारंपरिक नृत्य देखने को मिलते हैं. (आमतौर पर फरवरी और मार्च के महीने में होता है)
- TIPA मेला: तिब्बती परफॉर्मिंग आर्ट्स संस्थान द्वारा आयोजित यह मेला तिब्बती संस्कृति का उत्सव है. 10 दिनों तक चलने वाले इस मेले में तिब्बती लोक नृत्य, संगीत, नाटक और हस्तशिल्प प्रदर्शित किए जाते हैं. (आमतौर पर गर्मियों की शुरुआत में होता है)
- अंतर्राष्ट्रीय हिमाचली महोत्सव: इस तीन दिवसीय महोत्सव का आयोजन दलाई लामा को नोबेल शांति पुरस्कार मिलने के उपलक्ष्य में किया जाता है. इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों, प्रदर्शनियों और पारंपरिक खेलों का आयोजन किया जाता है. (आमतौर पर दिसंबर महीने में होता है)
धर्मशाला का मौसम – Weather in Dharamshala in Hindi
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश का एक खूबसूरत शहर, साल भर सुखद मौसम का आनंद लेता है। गर्मी के मौसम में, तापमान 25°C से 30°C के बीच रहता है, जो घूमने और गतिविधियों के लिए आदर्श होता है। मानसून के दौरान, धर्मशाला में हल्की से मध्यम वर्षा होती है, जिससे हरियाली खिल उठती है। सर्दियों में, तापमान 0°C तक गिर सकता है, जिससे बर्फबारी होती है, जो शहर को एक जादुई रूप प्रदान करती है।
धर्मशाला कैसे पहुंचे – How to reach Dharamshala in Hindi
आइए अब जानते हैं धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश का एक रमणीय पर्यटन स्थल है, जो अपनी मनमोहक प्राकृतिक छटा और आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है. अगर आप पहाड़ों की खूबसूरती के बीच कुछ शांत और यादगार पल बिताना चाहते हैं, तो धर्मशाला आपके लिए एक आदर्श स्थान हो सकता है. लेकिन सबसे पहले वहां पहुंचने का रास्ता जानना ज़रूरी है. तो चलिए आज हम आपको धर्मशाला तक पहुंचने के विभिन्न मार्गों के बारे में विस्तार से बताते हैं:
सड़क मार्ग (रोडवेज)
अब बात करते हैं धर्मशाला सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है. दिल्ली से धर्मशाला की दूरी लगभग 490 किलोमीटर है और आप वहां पहुंचने के लिए वातानुकूलित वॉल्वो बसों या लग्जरी बसों का सहारा ले सकते हैं. इन बसों का किराया लगभग ₹1500 से ₹2500 के बीच है और यात्रा का समय लगभग 12 से 14 घंटे लग सकता है.
वायु मार्ग (एयरवेज)
अगर आप जल्दी पहुंचना चाहते हैं, तो हवाई जहाज का विकल्प चुन सकते हैं. धर्मशाला का निकटतम हवाई अड्डा गगगल विमानस्थल है, जो धर्मशाला से लगभग 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. दिल्ली और चंडीगढ़ से गगगल विमानस्थल के लिए नियमित उड़ानें उपलब्ध हैं. हवाई किराया ₹3000 से ₹5000 के बीच हो सकता है और यात्रा का समय लगभग 1 घंटा है.
रेल मार्ग (रेलवेज)
धर्मशाला का अपना रेलवे स्टेशन नहीं है. निकटतम रेलवे स्टेशन पठानकोट है, जो धर्मशाला से लगभग 85 किलोमीटर दूर है. आप विभिन्न शहरों से पठानकोट तक ट्रेन ले सकते हैं और फिर वहां से टैक्सी या बस द्वारा धर्मशाला पहुंच सकते हैं. पठानकोट से धर्मशाला जाने के लिए टैक्सी का किराया लगभग ₹1200 से ₹1500 के बीच हो सकता है और यात्रा का समय लगभग 2 से 3 घंटे लग सकता है. वहीं, बस का किराया काफी कम है, लगभग ₹150 से ₹200 के बीच, लेकिन यात्रा का समय थोड़ा अधिक, लगभग 3 से 4 घंटे लग सकता है.
निष्कर्ष – Conclusion
कुल मिलाकर, धर्मशाला प्राकृतिक सौन्दर्य, आध्यात्मिक शांति और सांस्कृतिक अनुभवों का एक अद्भुत संगम है। चाहे आप ट्रैकिंग के दीवाने हों, बौद्ध धर्म के अनुयायी हों, या बस पहाड़ों की गोद में शांत वातावरण का आनंद लेना चाहते हों, धर्मशाला आपकी यात्रा को यादगार बना देगा। तो देर किस बात की, हिमालय की वादियों में बसे इस खूबसूरत पर्यटन स्थल की सैर के लिए अभी अपनी यात्रा की योजना बनाएं!
12वीं के बाद दरोगा कैसे बने | How to become Inspector after 12th in hindi
धर्मशाला में घूमने की जगह के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
Ans. धर्मशाला घूमने का सबसे अच्छा समय मार्च से जून और सितंबर से नवंबर के बीच का है. इन महीनों में मौसम सुहावना होता है और घूमने-फिरने में आनंद आता है.
Ans. धर्मशाला में कई दर्शनीय स्थल हैं, जिनमें शामिल हैं:
1. मक्लेओडगंज: यह तिब्बती शरणार्थियों का घर है और यहां आपको तिब्बती संस्कृति और परंपराओं का अनुभव करने का मौका मिलेगा.
2. डलहौजी:यह एक खूबसूरत हिल स्टेशन है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है.
Ans. धर्मशाला में आपको कई तरह के स्वादिष्ट व्यंजन मिल जाएंगे, जिनमें शामिल हैं:
1. सिड्डू: यह एक लोकप्रिय हिमाचली व्यंजन है जो चावल, दाल और सब्जियों से बनाया जाता है.
2. धाम: यह दाल, चावल और रोटी से बना एक सरल और स्वादिष्ट व्यंजन है.
3. ममोना: यह एक प्रकार का स्टीम्ड डंपलिंग है जो विभिन्न प्रकार की स्टफिंग के साथ बनाया जाता है.
4. चौकरी: यह एक स्वादिष्ट और पौष्टिक व्यंजन है जो गेहूं के आटे, दाल और सब्जियों से बनाया जाता है.
5. कड़वाही: यह एक मसालेदार और स्वादिष्ट करी है जो भेड़ या बकरी के मांस से बनाई जाती है.
Ans. धर्मशाला में बजट और सुविधाओं के अनुसार कई तरह के होटल, गेस्ट हाउस और होमस्टे उपलब्ध हैं. आप अपनी पसंद और बजट के अनुसार आवास का विकल्प चुन सकते हैं.
Top 10] माथेरान दर्शनीय स्थल | Places to visit in matheran in Hindi