Top 10] कौसानी में घूमने की जगह | Tourist places in Kausani in Hindi

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आप उत्तराखंड की मनोरम वादियों में घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो कौसानी आपके लिए एक आदर्श स्थान हो सकता है। यह खूबसूरत हिल स्टेशन अपने शांत वातावरण, हिमालय की लुभावनी पर्वतमाला के अविस्मरणीय दृश्यों और आध्यात्मिक स्थलों के लिए जाना जाता है। “कौसानी के पर्यटन स्थल” की खोज अक्सर ट्रैवलरों द्वारा की जाती है। आइये, इस लेख में हम आपको कौसानी में घूमने की जगह के बारे में बताते हैं, जिन्हें आप अपनी यात्रा में शामिल कर सकते हैं।

Table of Contents

कौसानी के दर्शनीय स्थल – Rudradhari waterfall and caves

कौसानी के दर्शनीय स्थल

Places to Visit in Kausani – Rudradhari Falls and Caves in Hindi

कौसानी में घूमने की जगह में रुद्रधारी जलप्रपात और गुफाएं प्राकृतिक सुंदरता का एक अद्भुत नमूना हैं। यह स्थान अपनी मनमोहक सुंदरता और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। रुद्रधारी जलप्रपात: यह एक 50 मीटर ऊँचा जलप्रपात है जो घने जंगलों से घिरा हुआ है। झरने का पानी एक चट्टान से नीचे गिरता है और एक कुंड में जमा होता है। पर्यटक यहां नौका विहार का आनंद ले सकते हैं और आसपास के प्राकृतिक दृश्यों का मनोरम दृश्य देख सकते हैं।
रुद्रधारी गुफाएं: ये प्राचीन गुफाएं भगवान शिव को समर्पित हैं। गुफाओं के अंदर, आपको भगवान शिव और अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां देखने को मिलेंगी।
रुद्रधारी जलप्रपात और गुफाएं

  • Timings: 9 am to 5 pm
  • Entry Fee: ₹ 10 per person
  • Location: Located on Almora Road, 15 km from Kausani
  • How to Reach: You can reach Rudradhari Falls and Caves by taxi or bus from Kausani.

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कौसानी में प्रसिद्ध मंदिर – Baijnath temple

कभी कबार आप किसी ऐसे मंदिर के दर्शन करना चाहते हैं, जहां शांति हो और इतिहास की कहानियां भी सुनाई देती हों? तो आपको कौसानी में घूमने की जगह के दौरान बैजनाथ मंदिर जरूर जाना चाहिए. “कौसानी के पर्यटन स्थलों” में शामिल यह भव्य मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. कहा जाता है कि 12वीं शताब्दी में बना यह मंदिर कलात्मक शिल्पकला का एक बेहतरीन उदाहरण है. मंदिर के बाहर शिवलिंग की विशाल प्रतिमा और आसपास का शांत वातावरण आपको मंत्रमुग्ध कर देगा.

  • Timings: 6 am to 7 pm
  • Entry fee: Free
  • Location: 17 km from Kausani, in Baijnath town
  • How to reach: You can reach Baijnath from Kausani by taxi or local bus.

कौसानी में जाने की जगहें – Someshwar Valley

कौसानी में जाने की जगहें

Places to Visit in Kausani – Someshwar Valley in Hindi

बचपन की यादों को ताजा कर देती है सोमेश्वर घाटी! याद है बारिश के बाद नदी किनारे मिट्टी का वो सुगंध? कौसानी में घूमने की जगह आएं तो सोमेश्वर घाटी की सैर जरूर करें। घने जंगलों से घिरी ये खूबसूरत घाटी आपको प्रकृति की गोद में संजो लेगी। यहां बहती रुद्रधारी नदी का संगीत और चारों तरफ फैले हरियाली का नजारा मन को मोह लेता है। इस शांत वातावरण में आप ट्रैकिंग का मजा ले सकते हैं या फिर किसी चट्टान पर बैठकर किताब पढ़ने का आनंद उठा सकते हैं।

  • Timings: 9 am to 5 pm
  • Entry fee: Free
  • Location: 6 km from Kausani
  • How to reach: You can reach Someshwar Valley by taxi or local bus.

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कौसानी के पास पर्यटन स्थल – Doodhtal Lake

बचपन की यादों में खो जाइए दूधताल की खूबसूरती में! कौसानी में घूमने की जगह की बात हो और दूधताल का जिक्र ना हो, ऐसा तो हो ही नहीं सकता। पहाड़ों की गोद में बसी ये छोटी सी झील किसी परी कथा से निकलकर आई लगती है। चारों तरफ से हरे-भरे पेड़ों से घिरी ये झील सूरज की रोशनी में दूधिया सफेद रंग की चमकती है, मानो धरती पर दूध का कुंड बना हो। शांत वातावरण और मनमोहक दृश्य आपको अपनी ओर खींच लेंगे। यहां आप न सिर्फ प्रकृति की खूबसूरती का आनंद ले सकते हैं बल्कि पिकनिक मनाकर या बोटिंग करके अपने सफर को यादगार बना सकते हैं।

  • Timings: 9 am to 5 pm
  • Entry fee: ₹20/- per person (currently)
  • Location: Located at a distance of about 6 km from Kausani.
  • How to reach: You can reach Doodhtal by taxi or local bus.

कौसानी में करने के लिए चीजें – Hiking and Trekking

कौसानी में करने के लिए चीजें

Things to do in Kausani – Mountaineering and Trekking in Hindi

बचपन की यादों में शायद ही कोई होगा जिसे पहाड़ों पर चढ़ाई का सपना न देखा हो। कौसानी में घूमने की जगह के लिए भी यह रोमांच कम आकर्षक नहीं है। “कौसानी के पर्यटन स्थल” सिर्फ खूबसूरत दृश्यों तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि यहां ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए भी कई बेहतरीन विकल्प मौजूद हैं। आसान से लेकर मुश्किल ट्रेल्स तक, आप अपनी शारीरिक क्षमता के अनुसार चुन सकते हैं।

  • समय: ट्रेकिंग के लिए सुबह का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है। (सूर्योदय के बाद से लेकर दोपहर तक)
  • प्रवेश शुल्क: अधिकांश ट्रेकिंग मार्गों पर कोई प्रवेश शुल्क नहीं है।
  • स्थान: ट्रेकिंग मार्ग कौसानी से कुछ ही दूरी पर स्थित विभिन्न गांवों और जंगलों से शुरू होते हैं।
  • कैसे पहुंचे: आप टैक्सी या स्थानीय बसों द्वारा इन ट्रेकिंग मार्गों के शुरुआती बिंदु तक पहुंच सकते हैं।

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कौसानी के आसपास घूमने की जगह – Orchid Park

कौसानी की खूबसूरती तो आपने सुनी ही होगी, लेकिन क्या आपको पता है कि ये हिल स्टेशन फूलों के शौकीनों के लिए भी किसी जन्नत से कम नहीं है? जी हां, कौसानी में स्थित आर्किड पार्क फूलों की अद्भुत दुनिया समेटे हुए है। पहाड़ों की गोद में बसे इस पार्क में घूमते हुए आपको हर तरफ रंग-बिरंगे ऑर्किड के फूल नजर आएंगे। इन फूलों की खास बात ये है कि ये ना सिर्फ खूबसूरत होते हैं, बल्कि इनकी खुशबू भी मन को मोह लेती है। अगर आप फूलों के दीवाने हैं, तो “कौसानी के पर्यटन स्थल” की अपनी यात्रा में आर्किड पार्क को जरूर शामिल करें।

  • Time: 9 am to 5 pm
  • Entry fee: ₹20 per person
  • Location: About 8 km from Kausani, near Garud village
  • How to reach: You can reach the Orchid Park by taking a taxi or local bus from Kausani.

कौसानी का प्रमुख दर्शनीय स्थल – Kausani Convent

Places to Visit near Kausani - Kausani Convent in Hindi

Places to Visit near Kausani – Kausani Convent in Hindi

बचपन की यादों में कहीं छिपी सी है वो शाम, जब दादी माँ कहानियाँ सुनाती थीं पहाड़ों पर बने अद्भुत स्कूलों की। उन्हीं कहानियों में से एक थी “कौसानी कान्वेंट” की। कहते हैं सूरज ढलने के वक्त जब हिमालय की चोटियाँ नारंगी रंग में रंग जाती हैं, तो इस स्कूल की खिड़कियों से वो नज़ारा ऐसा मनमोहक होता है कि मन को शांति मिल जाती है। “कौसानी में घूमने की जगह” की बात हो और कान्वेंट का ज़िक्र न हो, ऐसा कैसे हो सकता है? तो चलिए, आज हम आपको इस ऐतिहासिक स्कूल की खासियत के बारे में बताते हैं।

  • समय: सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक (हर दिन)
  • प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
  • स्थान: कौसानी मुख्य बाज़ार से 2 किमी दूर
  • कैसे पहुँचे: टैक्सी या रिक्शा से आसानी से पहुँचा जा सकता है।

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कौसानी में घूमने जगह – Laxman Jhula

बचपन की यादों में खो जाइए कौसानी के लक्ष्मण झूला पर! कौसानी के पर्यटन स्थलों की बात हो और लक्ष्मण झूला का जिक्र ना हो, ऐसा तो हो ही नहीं सकता। कौसानी घूमने आए हर सैलानी को इस झूले पर झूलने का मजा जरूर लेना चाहिए। कोसी नदी के ऊपर बना ये लकड़ी का झूला आपको पहाड़ों की खूबसूरती और हवा के झोंकों का ऐसा एहसास कराएगा, जिसे आप कभी भुला नहीं पाएंगे। चारों तरफ हरे-भरे पेड़ और नीचे बहती नदी का नजारा मन को मोह लेता है। इस झूले पर बैठकर आप ना सिर्फ प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं बल्कि पहाड़ी हवाओं में झूलते हुए अपने बचपन के झूलों की यादों में भी खो सकते हैं।

  • Timings: 7 am to 7 pm
  • Entry fee: Free
  • Location: Simatoli village, about 6 km from Kausani
  • How to reach: You can reach Simatoli village from Kausani by taxi or local bus.

कौसानी की खूबसूरत जगह – Anashakti Ashram

Places to Visit in Kausani - Anashakti Ashram in Hindi

Places to Visit in Kausani – Anashakti Ashram in Hindi

  • बचपन की कहानियों में पढ़े हुए महात्मा गांधी को अगर आप असल जिंदगी में महसूस करना चाहते हैं, तो कौसानी में घूमने की जगह के “अनाशक्ति आश्रम” ज़रूर जाइएगा। यही वो जगह है, जहाँ 1929 में महात्मा गांधी ने दो हफ्ते बिताए थे। आश्रम का शांत वातावरण और सादगी आपको गांधी जी के सिद्धांतों से रूबरू कराएगी। यहां आप उनके कमरे को देख सकते हैं, उनकी लिखीं चीज़ों को स्पर्श कर सकते हैं और मानो इतिहास के पन्नों को पलटते हुए उस दौर में खुद को पाएंगे।
  • Timings: 9 am to 5 pm
  • Entry fee: Free
  • Location: Located at a distance of 2 km from Kausani
  • How to reach: You can easily reach the ashram by taking a taxi or rickshaw.

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कौसानी का इतिहास – प्राचीन काल से लेकर आधुनिक युग तक

कौसानी, उत्तराखंड राज्य के बागेश्वर जिले में स्थित एक मनोरम हिल स्टेशन है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण और समृद्ध इतिहास के लिए जाना जाता है।

प्राचीन काल:

  • कौसानी का उल्लेख प्राचीन ग्रंथों में ‘कोसियानी’ नाम से मिलता है।
  • यह क्षेत्र कुमाऊँ मण्डल का हिस्सा था, जो कत्युरी राजवंश (8वीं-16वीं शताब्दी) द्वारा शासित था।
  • कत्युरी राजाओं ने यहां कई मंदिरों और किलों का निर्माण करवाया था।

मध्यकाल:

  • 16वीं शताब्दी में, कुमाऊँ पर चंद राजवंश का शासन आया।
  • चंद राजाओं ने भी कौसानी में कई भवनों का निर्माण करवाया, जिनमें अल्मोड़ा किला और कौसानी किला शामिल हैं।

औपनिवेशिक काल:

  • 19वीं शताब्दी में, अंग्रेजों ने कौसानी की खोज की और इसे अपना ग्रीष्मकालीन निवास स्थान बनाया।
  • अंग्रेजों ने यहां कई चाय के बागान और पर्यटन स्थल विकसित किए।
  • कौसानी भारत के स्वतंत्रता संग्राम में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा। महात्मा गांधी ने 1929 में यहां कुछ समय बिताया था।

आधुनिक युग:

  • आज, कौसानी भारत के सबसे लोकप्रिय हिल स्टेशनों में से एक है।
  • यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण और साहसिक गतिविधियों के लिए जाना जाता है।
  • कौसानी में कई पर्यटन स्थल हैं, जिनमें अनाशक्ति आश्रम, रुद्रा गुफा, त्रिशूल चोटी, आदि शामिल हैं।

कौसानी में होटल – Hotels in Kausani

कौसानी में आपके ठहरने के लिए कई बेहतरीन होटल और होमस्टे हैं। आपकी पसंद और बजट के अनुसार, यहां कुछ विकल्प दिए गए हैं:

बजट होटल:

मध्यम श्रेणी के होटल:

अन्य विकल्प:

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कौसानी में प्रसिद्ध त्यौहार – Uttarakhandi Navratri

इसके अलावा कौसानी की खूबसूरती सिर्फ प्राकृतिक नजारों और शांत वातावरण तक ही सीमित नहीं है। यहां मनाए जाने वाले पर्व भी पर्यटकों को अपनी ओर खींचते हैं। इन पर्वों में ना सिर्फ उत्तराखंड की संस्कृति की झलक दिखती है बल्कि स्थानीय लोगों से जुड़ने का भी मौका मिलता है।

  • उत्तराखंडी नवरात्रि (सितंबर-अक्टूबर): नवरात्रि पूरे भारत में मनाया जाता है, लेकिन उत्तराखंड में इसकी रौनक कुछ अलग ही होती है। यहां नौ दिनों तक मां दुर्गा की पूजा की जाती है और ढोल-नगाड़ों की धुन पर गरबा और बिहू जैसे लोक नृत्य देखने को मिलते हैं।
  • बसंत पंचमी (जनवरी-फरवरी): बसंत पंचमी के मौके पर कौसानी पीले रंग में रंग जाता है। लोग पीले वस्त्र पहनकर मां सरस्वती की पूजा करते हैं। पुष्प प्रदर्शनियों का आयोजन होता है और माहौल बहुत ही उत्सवपूर्ण हो जाता है।

कौसानी घूमने का सबसे अच्छा समय – Best Time to Visit Kausani in Hindi

इसी सिलसिले में कौसानी घूमने के लिए साल का सबसे अच्छा समय आपकी पसंद और रुचि पर निर्भर करता है:

गर्मियों का मौसम (मार्च – जून):

  • यह मौसम कौसानी घूमने के लिए सबसे लोकप्रिय है।
  • मौसम सुहावना होता है, दिन में धूप खिली रहती है और रातें ठंडी होती हैं।
  • यही समय ट्रेकिंग और अन्य रोमांचकारी गतिविधियों के लिए भी सबसे अच्छा होता है।
  • लेकिन, इस दौरान पर्यटकों की भीड़ अधिक होती है और होटलों के दाम भी ज्यादा हो सकते हैं।

मानसून (जुलाई – अगस्त):

  • यह कौसानी घूमने का कम लोकप्रिय समय है, क्योंकि बारिश के कारण कई रास्ते बंद हो जाते हैं और ट्रेकिंग करना मुश्किल हो जाता है।
  • लेकिन, यदि आप शांत वातावरण और कम भीड़भाड़ पसंद करते हैं, तो यह आपके लिए अच्छा समय हो सकता है।
  • इसके अलावा, मानसून के दौरान हरियाली बहुत खूबसूरत होती है।

सर्दियों का मौसम (सितंबर – फरवरी):

  • सर्दियों में कौसानी में ठंड पड़ती है और बर्फबारी भी हो सकती है।
  • यदि आप बर्फ देखना चाहते हैं और ठंड का आनंद लेना चाहते हैं, तो यह आपके लिए अच्छा समय हो सकता है।
  • लेकिन, ठंड के कारण कई पर्यटन स्थल बंद हो जाते हैं और ट्रेकिंग करना भी मुश्किल हो जाता है।

कौसानी कैसे पहुंचे – How to Reach Kausani

कौसानी उत्तराखंड के दुर्गम क्षेत्रों में से एक नहीं है, फिर भी यहां पहुंचने के लिए थोड़ी सी योजना की आवश्यकता होती है। तो चलिए, दिल्ली से कौसानी तक पहुंचने के विभिन्न तरीकों पर नज़र डालते हैं, जो कि अधिकांश पर्यटकों के लिए शुरुआती स्थान होता है।

सड़क मार्ग (दिल्ली से कौसानी):

  • सड़क मार्ग से कौसानी पहुंचने का सबसे लचीला और सुंदर विकल्प है। यह यात्रा आपको उत्तराखंड के खूबसूरत गांवों और पहाड़ी इलाकों से रूबरू कराएगी।
  • दिल्ली से कौसानी की दूरी लगभग 419 किमी है।
  • सड़क यात्रा में लगभग 11 से 12 घंटे लग सकते हैं।
  • आप दिल्ली से रुद्रपुर होते हुए रामपुर, हल्द्वानी और अल्मोड़ा होते हुए कौसानी पहुंच सकते हैं।
  • दिल्ली से कौसानी के लिए टैक्सी किराया लगभग ₹7,000 से ₹10,000 के बीच हो सकता है।

रेलवे (दिल्ली से कौसानी):

  • यदि आप ट्रेन का सफर पसंद करते हैं, तो निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम है, जो कौसानी से 132 किमी दूर स्थित है।
  • दिल्ली से काठगोदाम के लिए कई ट्रेनें चलती हैं, और यात्रा में लगभग 4 से 5 घंटे लग सकते हैं।
  • आप [अमान्य यूआरएल हटाया गया] जैसी वेबसाइटों पर ट्रेनों और किराए की जांच कर सकते हैं, जो आम तौर पर ₹300 से ₹1,000 के बीच होते हैं।
  • काठगोदाम से कौसानी तक आप टैक्सी या बस ले सकते हैं। टैक्सी का किराया लगभग ₹2,500 से ₹3,000 के बीच हो सकता है, जबकि बस का किराया काफी कम होगा।

हवाई मार्ग (दिल्ली से कौसानी):

  • निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर (PGH) है, जो कौसानी से 162 किमी दूर स्थित है।
  • दिल्ली से पंतनगर के लिए सप्ताह में कुछ ही उड़ानें हैं।
  • हवाई जहाज का सफर सबसे तेज़ विकल्प है, लेकिन टिकटों की कीमत अधिक हो सकती है (लगभग ₹5,000 से ₹10,000 के बीच)।
  • पंतनगर हवाई अड्डे से आप टैक्सी या कैब लेकर कौसानी पहुंच सकते हैं। किराया लगभग ₹3,000 से ₹4,000 के बीच हो सकता है।

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निष्कर्ष – Conclusion

कौसानी, उत्तराखंड का एक रमणीय हिल स्टेशन है, जो प्राकृतिक सौंदर्य, आध्यात्मिक स्थलों और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। उम्मीद है कि इस लेख में बताई गई जानकारी “कौसानी में घूमने की जगह” के बारे में आपकी जिज्ञासा को शांत करने में मदद करेगी। पहाड़ों की मनमोहक छटा, आध्यात्मिक आश्रमों की शांति और रोमांचकारी ट्रैकिंग अनुभव – कौसानी में हर किसी के लिए कुछ न कुछ खास है। तो देर किस बात की, अपना बैग पैक करें और कौसानी के अविस्मरणीय सफर पर निकल जाएं!

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कौसानी में घूमने की जगह के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

Q. कौसानी में कौन सी नदी बहती है?

Ans. कौसानी में कोसी नदी बहती है। यह नदी अल्मोड़ा जिले में कुश घास की जड़ से निकलती है और कौसानी से होकर आगे बढ़ती है।
यह नदी कौसानी के लिए जीवनदायिनी है और यहाँ के लोगों के लिए सिंचाई, पेयजल और अन्य घरेलू उपयोगों का मुख्य स्रोत है।

Q. कौसानी कहां स्थित है?

Ans. कौसानी उत्तराखंड राज्य के बागेश्वर जिले में स्थित एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह अल्मोड़ा जिले से लगा हुआ है और हल्द्वानी से लगभग 170 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
कौसानी को “स्वर्ग का द्वार” और “उत्तराखंड का स्विट्जरलैंड” भी कहा जाता है।

Q. कौसानी का पुराना नाम क्या है?

Ans. कौसानी का पुराना नाम ‘वालना’ था।
यह नाम ‘वाल’ नामक एक प्राचीन जनजाति से लिया गया है जो इस क्षेत्र में निवास करती थी।19वीं शताब्दी में, ब्रिटिश शासन के दौरान, ‘कौसानी’ नाम अपनाया गया था।माना जाता है कि यह नाम ‘कौशिक’ ऋषि से लिया गया है, जिनके बारे में कहा जाता है कि वे इस क्षेत्र में रहते थे।

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