ताजमहल का इतिहास (शुल्क, समय, प्रवेश टिकट की लागत, मूल्य)

प्रसिद्ध कवि रवींद्रनाथ टैगोर ने इसे ‘ब्रह्मांड के गाल पर एक अश्रु’ के रूप में चित्रित किया और रुडयार्ड किपलिंग ने इसे ‘शुद्ध सभी चीजों का अवतार’ कहा।मुगल बादशाह शाहजहाँ ने प्रसिद्ध रूप से कहा – “इसने चाँद बनाया और सूरज उस
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